B.ED D.ELED New Rules: शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स करने वाले छात्रों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। सरकार ने बी.एड और डी.एल.एड के लिए नए नियम लागू कर दिए हैं। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार, अब कोई भी छात्र एक साथ दो डिग्री कोर्स नहीं कर सकेगा। इसके अलावा, बी.एड डिग्री धारकों के लिए 6 महीने का ब्रिज कोर्स अनिवार्य कर दिया गया है। यह कोर्स केवल मान्यता प्राप्त संस्थानों से करना होगा। यह नियम शिक्षक प्रशिक्षण की गुणवत्ता को बढ़ाने और शिक्षा क्षेत्र में पारदर्शिता लाने के लिए लागू किए गए हैं। इस आर्टिकल में हम आपको इस खबर से संबंधित पूरी जानकारी देने वाले हैं इसलिए इस खबर को पूरा और अंत तक विस्तार पूर्वक पढ़े ताकि आपको सही और सटीक जानकारी प्राप्त हो सके ।
डी.एल.एड के लिए नए नियम
डी.एल.एड कोर्स के लिए भी नए दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। अब छात्रों को केवल एक कोर्स पर ध्यान देना होगा, ताकि उनकी पढ़ाई की गुणवत्ता प्रभावित न हो। पहले एक साथ कई कोर्स करने की अनुमति थी, जिससे छात्रों की एकाग्रता और दक्षता पर असर पड़ता था। नए नियमों के तहत, डी.एल.एड कोर्स को मान्यता प्राप्त संस्थानों से ही करना होगा। गैर-मान्यता प्राप्त संस्थानों से प्राप्त डिग्री को अमान्य घोषित किया जाएगा, जिससे छात्रों को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
बी.एड और डी.एल.एड में बड़े बदलाव
बी.एड और डी.एल.एड कोर्स में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं। अब छात्रों को अपने चुने हुए कोर्स में पूरी मेहनत और समर्पण के साथ पढ़ाई करनी होगी। मान्यता प्राप्त संस्थानों से प्राप्त डिग्री को ही वैध माना जाएगा। फर्जी या गैर-मान्यता प्राप्त संस्थानों से कोर्स करने वाले छात्रों की डिग्री को अवैध घोषित किया जाएगा। इसके साथ ही, एक साथ बी.एड और डी.एल.एड कोर्स करने की अनुमति नहीं होगी, ताकि शिक्षा की गुणवत्ता पर कोई समझौता न हो।
बी.एड शिक्षकों के लिए ब्रिज कोर्स अनिवार्य
बी.एड डिग्री धारक शिक्षकों के लिए 6 महीने का ब्रिज कोर्स अनिवार्य कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश में यह कोर्स सभी बी.एड शिक्षकों को करना होगा, जो प्राथमिक स्तर पर शिक्षण कार्य कर रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने इस कोर्स को अनिवार्य बनाया है, और बिना ब्रिज कोर्स के बी.एड शिक्षकों को प्राथमिक शिक्षण के लिए अयोग्य माना जाएगा। यह नियम शिक्षकों की दक्षता बढ़ाने और शिक्षा प्रणाली को मजबूत करने के लिए लागू किया गया है। उत्तर प्रदेश में जल्द ही इस कोर्स की प्रक्रिया शुरू होने वाली है।